2009 में शुरू हुई अपनी पहली पारी में Honda Jazz इतनी कामयाब नहीं रही। इसके दो कारण थे। उस दौर में हैचबैक को स्मॉल कार माना जाता था और यदि स्मॉल कार की प्राइसिंग 3 बॉक्स सेडान सिटी के बराबर हो तो हश्र क्या हो सकता है आप देख चुके हैं। सवाल कभी भी प्रॉडक्ट पर नहीं उठे बल्कि प्रॉडक्ट पोजिशनिंग पर उठे थे। वैसे भी सिटी की रिकॉर्ड कामयाबी से होन्डा कॉन्फीडेंट…शायद ओवर कॉन्फीडेंट थी। हालात यहां तक खराब हुये कि प्रीमियम ब्रांड और प्रीमियम प्राइस के लिये मशहूर होन्डा को जैज़ की कीमत 15 फीसदी के करीब घटानी पड़ गई। लेकिन नई प्राइस पोजिशनिंग भी प्रॉडक्ट परसेप्शन को नहीं बदल पाई और आखिर Honda Jazz बंद हो गई। नई पीढ़ी की Honda Jazz को होन्डा ने हाल ही लॉन्च किया है और प्राइस पोजिशनिंग की जो गलती पहली हुई थी उसे सुधारने में कामयाब रही है। कह सकते हैं कि होन्डा पहली बार इतनी अग्रेसिव नजर आई है। 5.31 लाख रुपये की शुरूआती दिल्ली एक्स-शोरूम कीमत के साथ Honda Jazz ने सिर्फ 1 साल में ही टॉप-5 बेस्ट सेलर मॉडलों मेंं शामिल होने में कामयाब रही ह्यूंदे की इलीट आई-20 के लिये ग्रोथ का रास्ता रोकने की स्थिति में है। भारत में Honda Jazz के दिवाने कम ही हैं ऐसे में उम्मीद है कि नई पारी में नई जैज़ पंजाबी पॉप साबित होगी।
डिजायन: ओवरऑल डिजायन थीम एंगुलर है। फ्रंट फेसिया से लेकर साइड प्रॉफाइल और रिअर एंड पर डायनामिक क्रीज़ लाइन्स हैं। फ्रंस फेसिया में एलीगेन्स नहीं बल्कि कॉम्प्लेक्स कैरेक्टर नजर आयेगा। सिटी में रेडिएटर ग्रिल पर क्रोम फिनिश है जो थोड़ा ओवरडोज़ सी महसूस होती है लेकिन Honda Jazz में ब्लैक फिनिश वाली होन्डा मॉनीकर लिप स्ट्रिप है। भारी-भरकम फोगलैम्प हाउसिंग और चौड़े एअर इनटेक के कारण फ्रंट बम्पर सिकुडक़र स्ट्रिप यानि पट्टी जैसा रह गया है। साइड प्रॉफाइल में नजर सबसे पहले शोल्डर लाइन पर पड़ती है। ए पिलर से शुरू होकर टेल लैम्प में मर्ज होती शोल्डर लाइन जैसे-जैसे पीछे की ओर बढ़ती है इसकी चौड़ाई भी बढ़ती जाती है। यह साइड प्रॉफाइल में एक डिजायन एलीमेंट शामिल करने के साथ ही एअरोडायनामिक्स को भी बेहतर करती है यानि हवा के दबाव को कमजोर करती है। टेल साइड में बूट लिड बम्पर में सेंध लगा रहा। बड़े साइज़ और लम्बे बूट लिड के कारण डिजायन में नयापन आया है साथ ही यह सामान रखने के लिये ज्यादा ऊपर उठाना भी नहीं पड़ेगा। नम्बर प्लेट के ऊपर बड़ी सी क्रोम स्ट्रिप दी गई है जो टेल लैम्प क्लस्टर में मर्ज होती है और Honda Jazz के पिछले हिस्से को प्रीमियम फील देती है। फ्रंट और रिअर बम्पर का डिजायन बिल्कुल एक जैसा है और होन्डा की डिजायन कुशलता का बढिय़ा नमूना है।
इंटीरियर: Honda Jazz की इंटीरियर ऑल ब्लैक है और डोर ट्रिम व अपहोल्स्टरी बेज़ है। इंटीरियर में जगह जगह क्रोम का इस्तेमाल कर प्रीमियम टच दिया गया है। मैन मैक्सीमम और मशीन मिनिमम की होन्डा फिलोसॉफी Honda Jazz के इंटीरियर के खुलेपन में साफ नजर आती है। हैड, लैग और शोल्डर स्पेस के मामले में Honda Jazz क्लास लीडिंग है और वो भी तब जब बॉडी साइज़ बेहद कॉम्पेक्ट है। लगेज स्पेस 354 लीटर का है लेकिन रिअर सीट्स को होन्डा ने मैजिक टच दिया है। जैज़ की पिछली सीट्स की बैक और कुशन को स्प्लिट और फ्लेट फोल्ड किया जा सकता है। फ्रंट पैसेंजर सीट को भी पूरी तरह से फ्लेट रिक्लाइन कर बिस्तर बनाया जा सकता है।
जैज़ भारत में अपने सैगमेंट की अकेली गाड़ी है जिसमें पैडल शिफ्ट का फीचर दिया गया है। पैडल शिफ्ट यानि स्टीयरिंग व्हील पर लगे + और – पैडल से गिअर बदले जा सकते हैं। रिअर कैमरा में नॉर्मल, टॉप डाउन और वाइड व्यू के ऑप्शन दिये गये हैं।
इंजन एंड ट्रान्समिशन: जैज़ को होन्डा ने 1.2 लीटर आईवीटेक पेट्रोल व 1.5 लीटर आईडीटेक डीजल इंजन ऑप्शन में लॉन्च किया है। पेट्रोल इंजन से 90 पीएस पावर मिलती है। Honda Jazz में 5-स्पीड मैन्यूअल के अलावा सीवीटी यानि कॉन्टीन्यूअस वैरिएबल ट्रान्समिशन का भी ऑप्शन है। सीवीटी ट्रान्समिशन में पैडल शिफ्ट की सुविधा है। मैन्यूअल गियर से 18.7 किमी का मायलेज मिलता है जबकि सीवीटी ऑटो ट्रान्समिशन से 19 का मायलेज प्रमाणित है। डीजल इंजन से 100 पीएस पावर मिलती है और इसमें 6-स्पीड मैन्यूअल ट्रान्समिशन दिया गया है। इस फ्यूल ऑप्शन से 27.3 किमी का मायलेज मिल सकता है।
सेफ्टी: मिड वैरियेंट से ड्राइवर और पैसेंजर एअर बैग मिल जायेंगे। एबीएस और ईबीडी के अलावा मल्टी व्यू वाला रिअर व्यू कैमरा दिया गया है। इंजन इमोबिलाइजर और ड्राइवर सीट बेल्ट रिमाइंडर स्टेन्डर्ड फीचर हैं।