Renault-Nissan ने 2017 में गलोबल लाइव वेहीकल मार्केट में कुल 10.61 मिलियन गाडिय़ां बेचकर दुनिया की सबसे बड़ी कार कम्पनी बनने का मुकाम हासिल कर लिया है। Renault-Nissan के अलावा इस ग्रुप में जापान की मित्सुबिशी भी शामिल है जिसका रेनो-निसान ने 2016 में अधिग्रहण किया था।
10608366 यानी 1 करोड़ 6 लाख 8 हजार 366 लाइट मोटर वेहीकल्स बेचने के साथ ही रेनो-निसान-मित्सुबिशी ने जर्मनी के फोक्सवैगन ग्रुप को दूसरे पायदान पर धकेल दिया है।
फोक्सवैगन के पोर्टफोलियो में फोक्सवैगन, ऑडी, स्कोडा, सीट और पोर्शा आदि कार ब्रांड्स हैं। 2016 में फोक्सवैगन ग्रुप जापान की टोयोटा को पीछे छोडक़र दुनिया की सबसे बड़ी कार कम्पनी बना था।
रेनो-निसान-मित्सुबिशी के कुल सेल्स वॉल्यूम में निसान का योगदान 58.2 लाख यूनिट्स का रहा वहीं रेनो ने 2017 में गलोबल मार्केट में 37.6 लाख गाडिय़ां बेचीं। इस तरह इन दोनों पुराने पार्टनर की कुल सेल्स करीब 96 लाख यूनिट्स रही। लेकिन 2016 में मायलेज संकट में फंसी Mitsubishi का अधिग्रहण कर लेने से Renault-Nissan को सेल्स वॉल्यूम में 1.03 मिलियन यानी (10 लाख 30 हजार) का फायदा हुआ नतीजतन यह फोक्सवैगन को पछाडक़र दुनिया की सबसे बड़ी कारनिर्माता कम्पनी बनने में कामयाब रही।
2017 में फोक्सवैगन ने 10.53 मिलियन यानी 1 करोड़ 5 लाख 30 हजार गाडिय़ां बेचीं।
रेनो-निसान-मित्सुबिशी ने कहा है कि 2017 में उसकी सेल्स में 6.5 परसेंट की ग्रोथ हुई और दुनिया में बिकने वाली हर नौ में से एक गाड़ी उनकी है। कम्पनी ने एक बयान में कहा है कि उसने 2017 में गलोबल मार्केट में 540623 इलेक्ट्रिक गाडिय़ां बेचीं इस तरह से ग्रीन गाडिय़ों के मार्केट में भी उसकी लीडरशिप बनी हुई है।
Top-10 Markets of Renault-Nissan-Mitsubishi
2017 में रेनो-निसान-मित्सुबिशी के ग्रांड अलायंस के लिये चीन सबसे बड़ा मार्केट रहा और इन तीनों कम्पनियोंं ने दुनिया के सबसे बड़े कार मार्केट चीन में कुल 17.19 लाख गाडिय़ां बेचीं और चीन के मार्केट में इस अलायंस का शेयर 6.2 परसेंट रहा।
Renault-Nissan Mid Term Plan
Renault-Nissan ने 2017-2022 के लिये जो मिडटर्म प्लान तैयार किया है उसके अनुसार वर्ष 2022 तक उसने 14 मिलियन यानी 1.40 करोड़ यूनिट्स के वॉल्यूम लेवल तक पहुंचने का टार्गेट रखा है और इन पांच सालों में कम्पनी सेल्स बढ़ाकर अपने प्रॉफिट को दोगुना कर 10 बिलियन यूरो तक पहुंचाना चाहती है।
10 ब्रांड्स हैं रेनो-निसान के पोर्टफोलियो में
ये तीनों कम्पनियां दुनिया के 200 देशों में कार, यूवी और पिकअप बेचती हैं। इस ग्रांड अलायंस के पोर्टफोलियो में दस ब्रांड हैं जिनमें रेनो, निसान, डेटसन, मित्सुबिशी, सैमसंग, एल्पाइन, डासिया, लाडा, इनफिनिटी, वेनुसिया आदि शामिल हैं।