फ्रांस की कार कम्पनी Renault के लिये हालात थोड़े मुश्किल होते जा रहे हैं। हाल ही लॉन्च हुई कॉम्पेक्ट एसयूवी Captur को कस्टमर रेस्पॉन्स उम्मीद से कमजोर मिला है। Renault की बेस्ट सेलर Kwid की सेल्स भी घट रही है और अब इसे रीकॉल भी करना पड़ रहा है। हालांकि रेनो ने Kwid Recall की आधिकारिक घोषणा नहीं की है लेकिन कम्पनी सीधे कस्टमर से सम्पर्क कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि रेनो इंडिया ने Kwid यूजर्स को लेटर भेजे हैं जिनमें कहा गया है कि वे नजदीकी डीलर से सम्पर्क करें।
लेटर के अनुसार डीलर सर्विस सेंटर पर Kwid के 800 सीसी वैरियेंट के स्टीयरिंग की फंक्शनैलिटी और सेफ्टी की जांच की जायेगी और जरूरत होने पर रिपेयर भी किया जायेगा जिसका कस्टमर को कोई चार्ज नहीं देना है।
Renault भारत में Kwid को 800 और 1 हजार सीसी के इंजन ऑप्शन में मैन्यूअल और एएमटी गियरबॉक्स के साथ बेच रही है। हालांकि कम्पनी 1 हजार सीसी इंजन ऑप्शन में भी 800 सीसी वैरियेंट वाले ही स्टीयरिंग सिस्टम का इस्तेमाल कर रही है लेकिन लेटर में सिर्फ 800 सीसी इंजन वाली Kwid के ही सेफ्टी इंस्पेक्शन की बात कही गई है।
Renault ने अभी तक यह नहीं बताया है कि कितनी Kwid Recall हो रही हैं और वे कब से कब तक बनी हैं। इसके अलावा यह भी जानकारी नहीं दी गई है कि स्टीयरिंग सिस्टम में क्या गड़बड़ी है।
रेनो ने Kwid को सितम्बर 2015 में लॉन्च किया था। लॉन्च के बाद के सवा दो साल में Renault ने दो लाख से ज्यादा मेड इन इंडिया Kwid बेची हैं। जहां तक रीकॉल की बात है तो कम्पनी पहले भी Kwid की 50 हजार यूनिट्स को वापस मंगा चुकी है। पहली बार रीकॉल फ्यूल सिस्टम में किसी खामी के चलते Kwid Recall की गई थीं।
भारत में अभी मैंडेटरी रीकॉल पॉलिसी लागू नहीं है। हालांकि वाहन निर्माताओं की संस्था सियाम ने जुलाई 2015 में वॉलंटरी रीकॉल कोड को लागू किया गया था जिसके तहत अब तक कोई 30 लाख गाडिय़ों को वापस बुलाया जा चुका है। 2017 में मैन्यूफैक्चरिंग डिफेक्ट के कारण 80 हजार कारों को रीकॉल किया गया था।
रेनो आने वाले सालों में Kwid पर आधारित एक 7 सीटर एमपीवी, एक सेडान, एसयूवी और इलेक्ट्रिक अवतार Kwid EV को भारत में लॉन्च करने के प्लान पर काम कर रही है।