यह हकीकत हो सकता है सिर्फ 2 साल में। अमेरिका के फीनिक्स की एक कम्पनी Local Motors ने यह दावा किया है और पहला नमूना करीब एक साल पहले डिस्प्ले भी कर चुकी है। कार भी कोई खिलौना नहीं बल्कि असली होगी जिसे आप सडक़ पर कानूनी रूप से चला सकते हैं। कुछ महिने पहले डेट्रॉयट मोटर शो में भी कम्पनी ने अपनी 3D Printed कार को डिस्प्ले किया था।
3डी प्रिंटिंग से शुरूआत में एक कार को छपकर तैयार होने में 180 घंटे लग रहे थे लेकिन अब Local Motors के चीफ स्ट्रेटेजी ऑफिसर जस्टिन फिशकिन ने कहा है कि 3डी प्रिंटिंग प्रॉसेस में सुधार किया गया है और सिर्फ 44 घंटे में आपकी मन-पसंद कार तैयार हो सकती है।
नाम भले ही Local Motors हो लेकिन कम्पनी की महत्वाकांक्षायें ग्लोबल हैं। Local Motors की योजना दुनियाभर में 50 माइक्रोफैक्टरी बनाने की है। 30 देशों से Local Motors को 200 कार डिजायन मिले थे जिनमें से कम्पनी ने 2 चुने हैं और इन पर आगे काम किया जा रहा है। फिशकिन के अनुसार सिर्फ 2 साल में Local Motors की स्ट्रीट लीगल 3डी प्रिंटेड फुल साइज़ कार दौडऩे/बिकने के लिये तैयार हो जायेगी। डिजिटल मैन्यूफैक्चरिंग प्रॉसेस में कार्बन फाइबर और एबीएस प्लास्टिक के कम्पोजिट मैटीरियल को लेअर पर लेअर जमाकर बनाया जाता है।
फिशकिन का दावा है कि इस प्रॉसेस से गाड़ी बनने में अभी के मुकाबले ना केवल 20 फीसदी ही समय लगेगा बल्कि लागत भी 100 गुना कम होगी। Local Motors की अमेरिका में पहली दो माइक्रो फैक्टरियों पर काम चल रहा है और दो-तीन महिने में ये शुरू हो जायेंगी। पहला मॉडल जो इन फैक्टरियों से बनकर बाहर निकलेगा उसे इंजन और व्हील वैरियेंट के साथ 10 बॉडी स्टाइल में पेश किया जायेगा।
फिशिकिन कहते हैं कि मौजूदा कारों में आमतौर पर करीब 30 हजार पार्ट्स होते हैं लेकिन उनकी कार में 50 ही कम्पोनेंट होंगे। यदि आप अपनी 3D Printed Car को चलाते बोर हो जायें तो माइक्रोफैक्टरी चले जायें और स्टाइलिंग बदलवा लें।