कोरियाई कार कम्पनी Hyundai अब भारत में एक्शन में आने की तैयारी कर रही है। अप्रेल में Hyundai की सहयोगी कार कम्पनी Kia Motors ने भारत में प्लांट लगाने और 2019 के फेस्टिव सीजन में प्रॉडक्ट लॉन्च करने की बात कही थी। अब ताजा मामला यह सामने आ रहा है कि Hyundai अपने ट्रक-बस मॉडलों को भी भारत में लॉन्च करना चाहती है और हाल ही ह्यूंदे मोटर कम्पनी के कमर्शियल वेहीकल डिविजन की एक टीम ने भारत का दौर किया है। इस दौरे का मकसद भारत के ट्रक-बस बाजार को समझने के अलावा संभावित पार्टनरों से बात करना भी था।
लेकिन यह पहला मौका नहीं है जब Hyundai ने अपने कमर्शियल वेहीकल्स दुनिया के टॉप-5 ट्रक-बस मार्केट भारत में लॉन्च करने का प्लान बनाया हो। कुछ साल पहले Hyundai ने दिल्ली में बस चलाने के एक प्रॉजेक्ट में भी भाग लेने की इच्छा जताई थी। हालांकि यह प्रॉजेक्ट टेकऑफ नहीं हो पाया। इस प्रॉजेक्ट में योजना यह थी कि दिल्ली की पूरी लोकल बस सर्विस एक ही कम्पनी को सौंप दी जाये और वह सरकार के तय नियमों के अनुसार बस चलाये और किराया वसूल करे।
लेकिन इस बार मामला कुछ अलग है क्योंकि Hyundai इंडिया के एमडी एंड सीईओ वाईके कू ने इस बात की पुष्टि की है कि Hyundai मोटर कम्पनी के कमर्शियल वेहीकल डिविजन की टीम मार्केेट को समझने और संभावित पार्टनरों से चर्चा करने भारत आई थी। इस मीटिंग में ह्यूंदे के कार डीलरों को भी बुलाया गया था ताकि उनके ट्रक-बस रिटेल नेटवर्क से जुडऩे की इच्छा को समझा जा सके।
वर्ष 2008 में Hyundai मोटर कम्पनी ने स्वराज माजदा और इसुजु की मिनीबस और मिनी ट्रक असेम्बल कर बेचन वाली कैपेरो ग्रुप की कम्पनी एसएमआईएल के साथ भारत में लक्जरी बस लॉन्च करने के लिये एक समझौता किया था। इस समझौते के तहत आंध्रप्रदेश या तमिलनाडु में प्लांट लगाया जाना था लेकिन फिर 2008-09 में मंदी छा गई और कम्पनी ने इस प्रॉजेक्ट को बंद कर दिया।
कुछ महिने पहले दिसम्बर में ऑटोकारप्रो ने एक रिपोर्ट में कहा था कि Hyundai ने अपने कमशियल वेहीकल्स भारत में लॉन्च करने की योजना हाथ में ली है और जिन नये मार्केट्स में उसे कदम रखने हैं उनमें भारत सबसे अहम है।
कोरियाई चाइबोल Hyundai मोटर कम्पनी दुनिया के 130 देशों में ट्रक-बस बेचती है और तुर्की, कोरिया और चीन में इसके प्लांट हैं। भारत में सबसे पहले कम्पनी की योजना बड़े मार्केट साइज़ को देखते हुये ट्रक लॉन्च करने की है इसके बाद बस मॉडल लाये जायेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि कम्पनी भारत आने को लेकर बहुत गंभीर है और आर्गेनिक या फिर इनऑर्गेनिक दोनों विकल्पों पर विचार कर रही है। ऑर्गेनिक यानि कम्पनी खुद प्लांट लगाये और पूरा रिटेल व आफ्टर सेल्स नेटवर्क खड़ा करे। इनऑर्गेनिक यानि किसी कम्पनी को खरीद लिया जाये जिससे उसके पास प्लांट भी आ जाये और टचपॉइंट्स का तैयार नेटवर्क भी। किसी कम्पनी को खरीदने की स्थिति में उसे प्रॉडक्ट लॉन्च करने में कम समय लगेगा।
ह्यूंदे अभी गलोबल मार्केट में साल में करीब 1 लाख ट्रक-बस बेचती है और सेल्स वॉल्यूम बढ़ाने के लिये भारत आना चाहती है।
भारत के ट्रक-बस मार्केट में टाटा मोटर्स और अशोक लेलैंड का दबदबा घटने से भी कम्पनी की उम्मीद जगी है। पिछले कुछ सालों में वोल्वो-आयशर, महिन्द्रा टीबीएल (पहले महिन्द्रा नेवीस्टार) और डेम्लर बेंज़ (भारत बेंज़) ने भारत में प्रॉडक्ट लॉन्च किये हैं और इनमें से वोल्वो-आयशर व डेम्लर बेंज को अच्छी कामयाबी मिली है।
इनके अलावा जर्मनी की स्कानिया भी अपने ऑपरेशन्स का विस्तार कर रही है। वहीं मान मोटर्स जो कि नीश सैगमेंट में काम करती है ने भी नये प्रॉडक्ट्स लॉन्च किये हैं। Photo Credit : post.phinf.naver.net