बीएमडब्ल्यू को पीछे छोड़ दो वर्ष पहले भारत की सबसे ज्यादा लक्जरी कार बेचने वाली कम्पनी बनी Audi India की योजना अब 3 साल में अपनी सेल्स को डबल करने की है। 2013 में एक वर्ष में दस हजार से सेल्स वॉल्यूम को हासिल करने वाली Audi India पहली लक्जरी कार कम्पनी बनी थी। पिछले साल ऑडी ने भारत में 10851 गाडिय़ां बेचकर अपनी इस बढ़त को बनाये रखा है।
Audi India की योजना अब वर्ष 2018 तक बिक्री को दोगुना करने की है इसके लिये बड़े इन्वेस्टमेंट प्लान पर काम चल रहा है और 3-4 महिने में इसकी घोषणा हो सकती है।
ऑडी इंडिया के प्रमुख Joe King के अनुसार भारत में कैपेसिटी बढ़ाने की योजना पर विचार चल रहा है और 3-4 महिने में इसकी घोषणा हो जायेगी।
इस इन्वेस्टमेंट प्लान के तहत कम्पनी नया प्लांट लगायेगी या मौजूदा औरंगाबाद प्लांट की कैपेसिटी में इजाफा करेगी इस सवाल के जबाव में किंग ने कहा कि कुछ भी हो सकता है।
कम्पनी के औरंगाबाद प्लांट में एक शिफ्ट में 14 हजार गाडिय़ां बन सकती हैं।
किंग कहते हैं कि Audi भारत में लॉन्ग टर्म स्ट्रेटेजी पर काम कर रही है और कोशिश लक्जरी सैगमेंट में लीडरशिप बरकरार रखने की है। 2018 तक कम्पनी 20 हजार यूनिट्स के सेल्स वॉल्यूम तक पहुंचने का लक्ष्य लेकर चल रही है जो पहले भी हासिल हो सकता है। Audi India की बिक्री में 96 फीसदी के करीब उन मॉडलों का योगदान है जिनका भारत में ही असेम्बली उत्पादन होता है। भारत में असेम्बली करने से कम्पनी कीमत के स्तर पर मुकाबला करने की स्थिति में है जिससे कम्पनी लक्जरी सैगमेंट में 34 फीसदी मार्केट शेयर हासिल कर पाई है और इसे बरकरार रखना चाहती है। किंग के अनुसार कम्पनी को इस वर्ष अपनी बिक्री 10-15 फीसदी बढऩे की उम्मीद है।