मई के आंकड़ों से ऑटो इंडस्ट्री खासकर पैसेंजर वेहीकल (पीवी) सैगमेंट में टर्न अराउंड के संकेत मिले हैं। पिछला वित्तीय वर्ष बिक्री के लिहाज से सुस्त रहा था और बिक्री 26,65,015 के मुकाबले 6.05 फीसदी गिरकर 25,03,685 यूनिट्स रह गई थी। लेकिन फ्रॉस्ट एंड सुलिवान की हाल ही में आई रिपोर्ट कहती है कि अगले पांच वर्ष पीवी सैगमेंट तेज रफ्तार से दौड़ेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2019 तक इस सैगमेंट का आकार 39.5 लाख यूनिट्स हो जायेगा और इन पांच वर्षों के दौरान बिक्री औसत 9.5 फीसदी सालाना की दर से बढ़ेगी।
Compact Sedan: रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले पांच वर्ष स्विफ्ट और आई-10 ग्रांड जैसे बेस्ट सेलर मॉडलों वाले कॉम्पेक्ट सैगमेंट में बिक्री की रफ्तार कमजोर पड़ेगी और इसमें औसत 4 फीसदी सालाना का ही इजाफा होगा। इसका बड़ा कारण कंज्यूमर प्रिफरेंस में आ रहा बदलाव है। पिछले दो वर्ष से बेहद कमजोर बाजार के बावजूद कॉम्पेक्ट सेडान और कॉम्पेक्ट एसयूवी का बाजार बहुत तेजी से बढ़ा है और अमेज़ व एक्सेंट जैसे मॉडल रिकॉर्ड कामयाब रहे हैं। टाटा मोटर्स जुलाई में इसी सैगमेंट में ज़ेस्ट पेश करेगी। फोर्ड की फीगो सेडान 2015 की शुरुआत में लॉन्च होने की उम्मीद है। चर्चा है कि फोक्सवैगन और स्कोडा भी कॉम्पेक्ट सेडान सैगमेंट में अगले साल अपने मॉडल लॉन्च करेंगे। वैल्यू फोर मनी माने जाने वाले कॉम्पेक्ट सेडान जिसे सुपर कॉम्पेक्ट सैगमेंट भी कहते हैं में बिक्री अगले पांच वर्ष के दौरान 10.3 फीसदी सालाना की औसत दर से बढऩे का आंकलन है।
यानि 2009 में इंडिगो को तराशकर टाटा मोटर्स ने जिस 4-मीटर से कम लम्बाई के सेडान सैगमेंट की शुरुआत की थी उसमें फास्ट पेस ग्रोथ का ट्रेंड आगे भी चलता रहेगा।
Compact SUV: ईज़ी टू ड्राइव और अर्बन फील वाले इस सैगमेंट की शुरुआत महिन्द्रा क्वांटों से हुई थी। क्वांटो भले ही नैनो साबित हुई हो लेकिन रेनो डस्टर और फोर्ड ईकोस्पोर्ट को भरपूर समर्थन मिला है। मारुति से लेकर हुंडई, टाटा, महिन्द्रा सहित कई कम्पनियां कॉम्पेक्ट एसयूवी सैगमेंट में अगले दो वर्ष में कई नये मॉडल पेश करेंगी। फ्रॉस्ट एंड सुलिवान की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले पांच वर्ष में पूरे पीवी सैगमेंट में कॉम्पेक्ट और फुल साइज यूवी और एसयूवी मॉडलों की रफ्तार सबसे तेज, औसत 20.2 फीसदी कर दर से बढ़ेगी।