मारुति भले ही देश की सबसे बड़ी और सबसे ज्यादा कस्टमर लॉयल्टी वाली कार कम्पनी हो लेकिन मिड सेडान सैगमेंट इसके लिये आज भी दुखती रग बना हुआ है। भारत में तीस साल के कारोबार में कम्पनी ने मारुति1000, एस्टीम, बोलेनो से लेकर एसएक्स4 तक बार-बार इस सैगमेंट में कदम जमाने की कोशिश की है लेकिन थोड़ी-बहुत शुरूआती कामयाबी भले ही मिली हो लेकिन ना तो कोई मॉडल लॉन्ग टर्म में टिक पाया और ना ही कम्पनी को सेल्स वॉल्यूम में फायदा मिला। अब मारुति सुजुकी एक बार फिर सियाज के जरिये मिड सेडान सैगमेंट में कदम रख रही है। बुकिंग शुरू हो चुकी है और प्री-लॉन्च केम्पेन चल रहा है। खबर है कि अक्टूबर के पहले या दूसरे सप्ताह में लॉन्च हो जायेगी। इस मॉडल पर कम्पनी के दांव का अंदाजा इसी बात से लग सकता है कि सियाज के जरिये कम्पनी होन्डा सिटी जैसा बड़ा शिकार करना चाहती है।
जनवरी से पहले मिड सेडान सैगमेंट में ह्यूंदे वरना बेस्ट सेलर और सबसे कामयाब मॉडल था। लेकिन जनवरी में आई होन्डा सिटी शुरूआती छह महिनों में ही पचास हजार के आंकड़े को पार कर चुकी है। सिटी की ब्रांड लॉयल्टी पर होन्डा कार्स इंडिया को इतना भरोसा है कि ग्रेटर नोइडा संयंत्र में मोबिलियो के उत्पादन के लिये जगह निकालने के लिये उसने सिटी का पूरा प्रॉडक्शन राजस्थान के टपूकड़ा संयंत्र में शिफ्ट कर दिया। इस शिफ्टिंग के कारण अगस्त में कम्पनी ने सिटी का उत्पादन ही नहीं किया।
ऑटो एक्स्पो में डिस्प्ले सियाज को बॉडी स्टायलिंग के लिये बहुत अच्छा फीडबैक मिला था। ऐसे में कम्पनी की इस मॉडल से उम्मीदें कितनी बढ़ी हुई हैं इसका अंदाजा आपको इसी बात से लग सकता है कि मारुति सुजुकी पहले साल में सियाज की 70 हजार यूनिट्स बेचने का लक्ष्य लेकर चल रही है। कम्पनी के सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुये कहा है कि यह लक्ष्य होन्डा सिटी की बिक्री के करीब-करीब बराबर है। सबसे बड़ी बात यदि सियाज की बिक्री 70 हजार के स्तर के पार करती है तो भी कम्पनी इसके लिये प्रॉडक्शन स्पेस लेकर चल रही है।
खबर है कि मारुति सुजुकी अगस्त की शुरुआत से ही हर रोज करीब 100 सियाज बना रही है और इसके स्टॉक यार्ड की तस्वीरें ऑटो मीडिया पर खूब नजर आ रही हैं। कम्पनी की कोशिश लॉन्च तक शियाज़ का 10 से 15 हजार यूनिट्स का रेडी डिलिवरी स्टॉक तैयार करने की है।
प्री-लॉन्च केम्पेन में कम्पनी ने पूरा फोकस सियाज के फीचर पैकेज पर रखा था। लेकिन चर्चा है कि इसकी कीमत भी होन्डा सिटी के मुकाबले 30-40 हजार रुपये कम रख सकती है यानि माना जा सकता है कि सियाज की शुरुआत 6.80-90 हजार रुपये से हो सकती है। जनवरी से अगस्त के बीच होन्ड सिटी के कुल डिस्पैच 54 हजार यूनिट्स के रहे हैं यानि कम्पनी हर महिने औसत 6750 गाडिय़ां बेच रही है। दूसरी ओर ह्यूंदे वरना भी होन्डा सिटी के बावजूद अपने वॉल्यूम को बचाये रखने में कामयाब रही है। जनवरी से अगस्त के बीच ह्यूंदे वरना की कुल 26 हजार यूनिट्स की बिक्री हुई है जो हर महिने तीन-सवा तीन हजार यूनिट्स पड़ती है। इस सैगमेंट में तीसरा सबसे कामयाब मॉडल फोक्सवैगन की वेंतो और सिटी का सबसे तगड़ा असर इसी मॉडल पर पड़ा है। इसके अलावा स्कोडा रैपिड, फिएट लीनिया व फोर्ड फिएस्टा इस सैगमेंट के अन्य मॉडल हैं।