गूगल, टेस्ला, बीएमडब्ल्यू, होन्डा और वोल्वो के बाद अब महिन्द्रा एंड महिन्द्रा भी ड्राइवरलैस कार तैयार करने की दौड़ में शामिल हो रही है।
कम्पनी ने ड्राइवरलैस कार के कुछ प्रोटोटाइप तैयार किये हैं जिन्हें ब्रिटेन और सिंगापुर में टेस्ट किया जायेगा। महिन्द्रा रेवा के एक अधिकारी के अनुसार कम्पनी अपने आर एंड डी सेंटर में ड्राइवरलैस कार पर काम शुरू कर दिया है और जैसे ही इन देशोंं की सरकारों से मंजूरी मिलेगी टेस्टिंग शुरू कर दी जायेगी। ट्रायल शुरू होने के 3 से 4 साल में ड्राइवरलैस कार का पहला प्रॉडक्शन मॉडल तैयार हो सकता है। इसके रोड़ टेस्ट ब्रिटेन और सिंगापुर में होंगे वहीं सॉफ्टवेयर पर टेक महिन्द्रा के सहयोग से बैंगलुरू स्थित आर एंड डी सेंटर में काम शुरू हो चुका है।
हालांकि कम्पनी के प्रवक्ता ने सिर्फ इतना कहा है कि भारत की कार कम्पनियों में महिन्द्रा एंड महिन्द्रा सबसे इनोवेटिव कम्पनी है।
अभी जो टॉप एंड मॉडल बाजार में उपलब्ध हैं उनमें क्रूज़ कंट्रोल के साथ लेन डिपार्चर डिटेक्शन आदि कई फीचर ऑटोमेटिक होते हैं। कुछ मॉडलों में पार्क असिस्ट का भी फीचर होता है जिसकी मदद से कार खाली जगह देखकर खुद ही पार्क हो जाती है।
ईटी की रिपोर्ट के अनुसार महिन्द्रा की रेवा और ई2ओ में 100 से भी ज्यादा सेंसर होते हैं जिनके जरिये कम्पनी ना केवल कई तरह के डेटा जमा करती है बल्कि कुछ गड़बडिय़ों को दूर से ही ठीक भी कर सकती है।
कम्पनी के अधिकारी के अनुसार ड्राइवरलैस कारों की टेस्टिंग भारत में करने की अभी कोई योजना नहीं है। यहां सडक़ों पर भीड़ बहुत है। शुरूआती टेस्टिंग अमेरिका, यूरोप और दक्षिण-पूर्वी एशिया के देशों में की जायेगी और यहां कामयाबी मिलने के बाद भारत में टेस्टिंंग करने पर विचार किया जा सकता है।
महिन्द्रा ड्राइवरलैस कार के लिये जरूरी अलग-अलग टेक्नोलॉजी को क्राउडसोर्स भी करना चाहती है और इसके लिये ड्राइवरलैस कार चैलेंज की शुरूआत की गई है।