बाइक बिक्री के लिहाज से पिछला वित्तीय वर्ष कमजोर ही रहा। कई नये मॉडल आने के बावजूद इस सैगमेंट में बिक्री 3.9 फीसदी ही बढ़ पाई। लेकिन स्कूटर सैगमेंट में 23.24 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया। मॉपेड सैगमेंट में 8.35 फीसदी की गिरावट आई। इस अवधि में दुपहिया सैगमेंट में कुल बिक्री 13797185 की तुलना में 7.3 फीसदी बढक़र 14805481 यूनिट्स रही।
फ्रॉस्ट एंड सुलिवान की रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2019 तक इस सैगमेंट में जो भी ग्रोथ होगी वो रूरल मार्केट के विस्तार के कारण होगी। रूरल मार्केट में अफोर्डेबल कीमत वाले ऐसे मजबूत मॉडलों की मांग अधिक होती है जो टे्रेक्टर की तरह वर्सेटाइल हों। रिपोर्ट के अनुसार टू-व्हीलर सैगमेंट में अगले पांच वर्ष 5.3 फीसदी की सालाना औसत दर से बिक्री बढ़ पायेगी। वर्ष 2019 में यह सैगमेंट 2.13 करोड़ यूनिट्स तक पहुंच जायेगा।
फ्रॉस्ट एंड सुलिवान का आंकलन है कि इस दौरान नीश प्रीमियम सैगमेंट जिसमें रॉयल एनफील्ड, हार्ले डेविडसन, केटीएम, ट्रायम्फ, होन्डा, सुजुकी और यामहा के बाइक मॉडल आते हैं उसका भी तेजी से विस्तार होगा। 20 से 30 वर्ष के आयुवर्ग में परचेजिंग पावर बढऩे से नीश प्रीमियम मॉडलों की बिक्री पूरे टू-व्हीलर सैगमेंट के मुकाबले सबसे तेजी से बढ़ेगी।